मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस की एंट्री हो गई है। जबलपुर में 4 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह सभी जर्मनी और दुबई से भारत लौटे हैं। इनमें तीन एक ही परिवार के सदस्य हैं। इससे पहले मध्यप्रदेश में कई शहरों में कोरोना के संदिग्ध पाए गए थे। इनमें से अधिकतर का सैंपल लेकर उन्हें 14 दिन के लिए आइसोलेशन वॉर्ड में भेज दिया गया है। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी में जुटा है। प्रदेश में 24 घंटे जांच की सुविधा है। वहीं एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है।
भोपाल: राजहंस होटल में मिले 4 संदिग्ध और वुहान की महिला बिना जांच के फरार हो गई
18 मार्च को राजधानी के एमपी नगर जोन-2 के राजहंस होटल में चार संदिग्धों को आइसोलेट किया गया। इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जो निगेटिव आए। इनमें से एक व्यक्ति की दोबारा जांच की गई। फिलहाल इनकी रिपोर्ट आना बाकी है। एम्स ने तकनीकी कारण से सैंपल रिजेक्ट कर दिया था। वहीं 19 मार्च को वुहान की कोरोना वायरस संदिग्ध महिला अस्पताल से भाग निकली थी। उसे पुलिस ने देर रात अस्पताल में भर्ती कराया था। पुलिस को महिला हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर इंतजार करते मिली थी। वह पिछले चार महीनों से भटक रही थी। पुलिस को महिला ने बताया था कि वह भोपाल सांची घूमने आई थी। इसके बाद उसे शहर के सरकारी अस्पताल के प्राइवेट वार्ड-14 में भर्ती कराया गया था। अगले दिन यानि बुधवार को जांच सैंपल लेने से पहले ही वह अस्पताल से भाग गई।
इंदौर: 160 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया
इंदौर में बीते कुछ दिनों में अलग-अलग जगहों पर 160 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है। सीएमएचओ ने बताया कि करीब 18 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। सभी कि रिपोर्ट निगेटिव आई थी। वहीं, सोशल मीडिया पर फैली चार लोगों के संक्रमण की पुष्टि की खबर का प्रशासन ने खंडन किया है। कमिश्नर ने किसी भी तरह की अफवाह फैलाने को लेकर हिदायत दी थी। प्रशासन ने लोगों को भीड़ में नहीं जाने की सलाह दी है । सभी आईटी कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम लागू कर दिया है। फ्रांस से लौटे 23 साल के युवक का सैंपल लेकर उसे आइसोलेट किया गया है।