जनता कर्फ्यू सामूहिक प्रयास है, आगे भी सोशल दूरी बनाए रखें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की है। क्या इससे कोरोना वायरस का संक्रमण रुकेगा और देश में इसे लेकर क्या स्थिति है, 


{जनता कर्फ्यू से संक्रमण रुकेगा क्या? 
यह उस दिशा में भी एक कदम है कि कैसे घर पर रहना है और अगर हम लोगों को कई दिन तक घर पर रहने के लिए कहें तो इसके लिए भी तैयार रहें। वहीं खुले वातावरण, सतह पर लगे वायरस के संक्रमण पर भी कुछ हद तक काबू पाया जा सकेगा।
{वायरस गर्मी आने पर खत्म हो जाएगा?
कम तापमान के दौरान वायरस वातावरण में अधिक देर तक जीवित रहता है। गर्मी आने से वायरस कम समय तक जीवित रहेगा। इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाएगा।
{क्या एक दिन का बंद ही पर्याप्त है?
नहीं, सतह से भले वायरस खत्म हो जाए, लेकिन यदि संक्रमित व्यक्ति एक दिन के बंद के बाद बाहर आता है तो वह कई लोगों को संक्रमित करेगा। बेहतर है पूरे ठीक होने तक घर में ही रहें।
{इससे बचाव का बेहतर तरीका क्या है?
सोशल दूरी और बार-बार हाथ धोना। किसी के खांसने पर ड्रॉपलेट इंफेक्शन होता है, जो एक से दो मीटर दूरी तक जाता है। संक्रमित व्यक्ति मुंह पर हाथ लगाता है तो वह उसके हाथ से किसी सतह, जगह को संक्रमित करता है। जब अन्य व्यक्ति संक्रमित वाले से हाथ मिलाता है या फिर संक्रमित सतह छूकर मुंह, नाक छूता है तो उसमें जाता है।
{मोबाइल फोन, रिमोट, स्विच, दरवाजे के हैंडल की सतह से भी वायरस लग सकता है?
हां, ऐसे सामान की सतह पर भी वायरस िजंदा रहता है, इसलिए इसे भी साफ करना चाहिए।
{नॉनवेज खाने से यह वायरस फैलता है?
नहीं, जो भी खाएं, वह पूरी तरह से पका हो।
{कोरोना देश में अभी कौन सी स्टेज में है?
दूसरी स्टेज में है और हमें इसे कम्यूनिट संक्रमण वाली तीसरी स्टेज में जाने से रोकना है।


सतर्क रहें : जिले में 60 साल से अधिक उम्र के 3.14 लाख लोग, इनका ज्यादा ख्याल रखें


कोरोना वायरस के लिए अस्थमा, हार्ट मरीज, मधुमेह रोगियों के साथ ही 60 साल से अधिक उम्र के लोग सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं। जिले की जनसंख्या 32 लाख से ज्यादा है और इसमें से 60 साल से अधिक उम्र के मरीज 3 लाख 14 हजार हैं। यानी जिले की करीब दस फीसदी आबादी कोरोना वायरस के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील है। इन 3 लाख 14 हजार में भी महिलाएं अधिक हैं और इनकी संख्या 1 लाख 58 हजार है, जबकि पुरुष 1 लाख 56 हजार हैं।


हेल्पलाइन : लक्षण दिखें तो एमआरटीबी और 0731-2516477 पर तत्काल सूचित करें


कोई भी व्यक्ति जिसे बुखार, सूखी खांसी अथवा कोरोना से संबंधित अन्य लक्षण की शंका होती है तो वह सीधे एमआरटीबी अस्पताल जाकर जांच करा सकता है। इस अस्पताल में कोरोना के लिए अलग से हेल्प डेस्क है। आवश्यकता पड़ने पर 0731-2516477 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त डिस्ट्रिक्ट एनआईसी पोर्टल  https://indore.nic.in/en/ पर दिए गए कोरोना हेल्पलाइन नंबर 0731-2537253 पर भी संपर्क कर सकते हैं।


अस्पतालों में गैर जरूरी सर्जरी कैंप भी निरस्त
सरकारी व निजी हॉस्पिटल में ऐसे सर्जरी कैम्प, जिनमें बड़ी संख्या में मरीजों को बुलाया जाना है और जो सर्जरी टाली जाती है, उन्हें स्थगित किया जाएगा। सब्जी मंडी में होने वाली भीड़ पर नियंत्रण के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए।


लक्षण दिखे तो रिपोर्ट करें, नहीं तो तीन माह की सजा 
कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने जिले में बाहर से आने वाले उन सभी व्यक्तियों को, जिनमें कोरोना के लक्षण हों, उन्हें एमआरटीबी हॉस्पिटल में कोरोना के लिए बने विशेष केंद्र में रिपोर्ट करना है। ऐसा नहीं किए जाने पर मध्यप्रदेश पब्लिक हेल्थ एक्ट 1949 के तहत तीन माह की सजा का प्रावधान है।


कोरोना से मुकाबले के लिए आईएमए के 2200 सदस्य डॉक्टर बोले- हमें कहीं भी लगा दो 24 घंटे की ड्यूटी पर
कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के पदाधिकारियों ने शासन को भरोसा दिलाया है कि संस्था के सभी सदस्य 2200 से ज्यादा डॉक्टर सेवा देने के लिए तैयार हैं। पदाधिकारियों का कहना है उन्हें क्वारेंटाइन हाउस, जांच सेंटर, आईसीयू कहीं भी ड्यूटी के लिए लगाया जा सकता है और सभी 24 घंटे इसके लिए तैयार हैं। पदाधिकारियों ने इस संबंध में एक पत्र शुक्रवार को संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी को सौंपा है। संस्था के प्रेसीडेंट डॉ. शेखर राव के साथ डॉ. बृजबाला तिवारी, डॉ. दिलीप आचार्य, डॉ. नटवर शारडा, डॉ. संजय लोंढे, डॉ. सतीश जोशी, डॉ. सुमित शुक्ला उपस्थित थे।